Electoral Bond: चुनावी बॉन्ड पर सुनवाई करते हुए आज फिर सुप्रीम कोर्ट ने SBI को फटकार लगाई है। और SBI से पूछा है कि इलेक्ट्रोल बॉन्ड से जुड़ी हुई पूरी सूचना साझा क्यों नहीं की है? सुप्रीम कोर्ट के फैसले का बसपा सुप्रीमो मायावती ने स्वागत किया है। और साथ ही कहा है कि “चर्चित गुप्त चुनावी बाण्ड सेे उगे धनबल द्वारा देश की राजनीति एवं चुनाव को भी जनहित व जनमत से दूर करने की प्रक्रिया के विरुद्ध मा. सुप्रीम कोर्ट का ताज़ा फैसला महत्वपूर्ण, किन्तु संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए सतत् प्रयास ज़रूरी।”
Electoral Bond: चुनावी बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट ने आज क्या फैसला दिया है?
आज सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बांड पर SBI से पूछा है है कि “इलेक्ट्रोल बॉन्ड Electrol Bond से जुड़ी पूरी जानकारी साझा क्यों नहीं की गई? सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में SBI को 21 मार्च तक का मौका दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने SBI को 21 मार्च की शाम 5 बजे तक पूरी जानकारी देने का आदेश दिया है।
कोर्ट ने SBI चेयरमैन से 21 मार्च तक एक हलफनामा दाखिल करने के लिए भी कहा है जिसमें पूरी जानकारी का खुलासा किया गया हो और लिखा हो कि कुछ भी छिपाया नहीं गया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चुनाव आयोग SBI से जानकारी हासिल करने के बाद तुरंत अपनी वेबसाइट पर जानकारी साझा करे। SBI की तरफ से एडवोकेट हरीश साल्वे पेश हुए। सीजेआई ने उनसे पूछा–हमने सभी जानकारी का खुलासा करने के लिए कहा था, इसमें बॉन्ड नंबर भी शामिल थे। लेकिन जानकारी अधूरी है।
मायावाती ने किया फ़ैसले का स्वागत
बसपा सुप्रीमों मायावती ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट साझा कर फैसले का स्वागत किया है। साथ ही सुप्रीमो कोर्ट को लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए ऐसे फैसलों द्वारा सतत प्रयासित रहने का सुझाव दिया है। मायावती ने लिखा है कि “रक्षा सौदों आदि में भ्रष्टाचार के बाद चर्चित गुप्त चुनावी बाण्ड सेे उगे धनबल द्वारा देश की राजनीति एवं चुनाव को भी जनहित व जनमत से दूर करने की प्रक्रिया के विरुद्ध मा. सुप्रीम कोर्ट का ताज़ा फैसला महत्वपूर्ण, किन्तु संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए सतत् प्रयास ज़रूरी।”
जहाँ सहारा वहाँ इशारा’, इससे बचने के लिए बीएसपी बड़े-बड़े पूंजीपतियों व धन्नासेठों के धनबल से दूर है और जिस कारण यूपी में चार बार बनी सरकार में जनहित, जनकल्याण तथा गरीबी व पिछड़ेपन को दूर करने के लिए ऐतिहासिक पहल किए, जबकि दूसरी पार्टियाँ अधिकतर स्वार्थ में ही लगी हैं।
देश में अब लोकसभा के लिए हो रहे आमचुनाव में जन व देशहित में इन बातों का खास महत्व है तभी बहुजन हितैषी सरकार देश में बनकर लोगों को जानलेवा महंगाई, बढ़ती गरीबी, बेरोजगारी व पिछड़ेपन के लाचार जीवन से मुक्ति मिल पाएगी, वरना गरीबों की गरीबी व अमीरों की अमीरी लगातार बढ़ती जाएगी।